VHP के ही मॉडल पर बनेगा राम मंदिर, लेकिन बढ़ेगी एक और मंजिल FILE - भाषा, नई दिल्ली : अयोध्या में भव्य 125 फुट है, जिसे करीब 160 फुट किया गर्भगृह) होंगे। रामलला की मूर्ति निचले

- भाषा, नई दिल्ली : अयोध्या में भव्य राम मंदिर के करीब तीन दशक पुराने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के मॉडल में बदलाव कर इसकी ऊंचाई बढ़ाते हुए एक और मंजिल जोड़ी जा सकती है। सूत्रों ने बताया, 'मंदिर के पुराने नक्शे में कुछ बदलाव कर उसे भव्य रूप प्रदान करने का सुझाव आया हैअब मंदिर के लिए 2 मंजिल के बजाय 3 मंजिल बनाने, एक मंडप और एक अतिरिक्त मंजिल के साथ 35 फुट ऊंचे शिखर का विस्तार करने पर मंथन हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में प्रस्तावित राम मंदिर की ऊंचाई के ही मॉडल 125 फुट है, जिसे करीब 160 फुट किया जा सकता है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि जी ने बताया, मंदिर का मॉडल वीएचपी के नक्शे पर आधारित होगा । इसके 'आकार' और 'स्केल' में कुछ बदलाव हो सकता है। एक ट्रस्टी ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्र भवन निर्माण समिति की बैठक कर निर्माण कार्य संबंधी कार्य योजना पेश करेंगे। उल्लेखनीय है कि शिल्पी चंद्रकांत सोमपुरा ने 1987 में वीएचपी के तत्कालीन अध्यक्ष अशोक सिंघल के कहने पर राममंदिर का मॉडल तैयार किया था। नक्शे में प्रस्तावित ! 1987 में शिल्पी चंद्रकांत सोमपुरा ने मंदिर मंदिर को अष्टकोणीय आकृति में बनाने का खाका तैयार किया गया था। इसके द्वारमंदिर का मॉडल बनाया था पूजन होगाबनाने अनुसार, मंदिर में पांच प्रवेशद्वार (सिंह शिलान्यास इसके द्वार, नृत्य मंडप, रंग मंडप, पूजा-कक्ष और शिलान्यास पर येदियुरप्पा गर्भगृह) होंगे। रामलला की मूर्ति निचले तल पर विराजमान होगी। मंदिर में लोहे इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। शिलान्यास नहीं, भूमि पूजन होगा



शिलान्यास नहीं, भूमि पूजन होगा:


महंत नृत्य गोपाल दास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए साफ-साफ कहा कि मंदिर निर्माण से पहले सिर्फ भूमि पूजन होगा, शिलान्यास का कार्यक्रम नहीं होगा। महंत के मुताबिक साल 1992 में शिलान्यास हो चुका है। ऐसे में बार-बार शिलान्यास नहीं हो सकता है। येदियुरप्पा