भारतीयों को-रोना पड़ रहा विदेश में

276 को कोरोना, इटली-ईरान-मलयेशिया-इंडोनेशिया में 4000 से ज्यादा नागरिक फंसे



देश से ज्यादा विदेश में भारतीय कोरोना से बीमार और परेशान हैं। इटली, ईरान, फिलिपीन. मलयेशिया और इंडोनेशिया में पाबंदियों के बाद 4 हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हैं। उन्हें वापस भारत लाने के लिए विशेष विमान भेजने की मांग बुधवार को लोकसभा में उठी। चर्चा के दौरान सरकार ने बताया कि विदेश में 276 भारतीय इस वायरस के शिकार हैं। सबसे ज्यादा 255 भारतीय ईरान में इसकी चपेट में हैं। यूएई में 12, इटली में 5 और हॉन्गकाग, कुवैत, रवांडा, श्रीलंका में एक-एक भारतीय इससे बीमार मिला है। ईरान से अब तक 389 भारतीयों को वापस लाया गया हैसरकार के उठाए इन कदमों पर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी संतोष जताया है। पीएम मोदी ने कोरोना पर मंगलवार को सऊदी क्राउन प्रिंस से बात की। दोनों नेताओं में इन चनौतियों से मिलकर लड़ने की सहमति बनी। लोकसभा में कई सांसदों ने कहा कि फिलिपीन और मलयेशिया में 4,000 से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे हैं। वहां प्रशासन ने 72 घंटों में देश छोड़ने का आदेश दिया है। विमानन कंपनियों ने उड़ानें कैंसल कर दी हैं। वहीं, फिलिपीन के मनीला एयरपोर्ट पर मेडिकल, इंजिनियरिंग के 100 से ज्यादा छात्र फंसे हैं। इंदौर और अलीगढ़ के छात्रों ने विडियो जारी कर परेशानी बताई कि कैसे उन्होंने महंगे दामों पर टिकट ली। अब कहा जा रहा है कि फ्लाइट नहीं जाएगी। बता दें, मलयेशिया से आने वाली उड़ानों पर भारत की रोक है और फिलिपीन की ज्यादातर फ्लाइट्स मलयेशिया होते आती हैं। सैर-सपाटे और हनीमून के लिए इंडोनेशिया पहुंचे 150 से ज्यादा भारतीय वाली एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। इनका आरोप है कि हमने 1.75 लाख तक की टिकट खरीदी हैं, लेकिन ऐन वक्त पर फ्लाइट्स कैंसल हो गईं।