लॉक डाउन पालन के साथ पाटण में इक्षु रस से वर्षीतप के पारणे संपन्न


 


पाटण - गुजरात के पाटण नगर में त्रिस्तुतीक जैन उपाश्रय में बिराजमान मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराजा आदि ठाणा की पावन निश्रा में अक्षय तृतीया के पावन दिन वर्षीतप के पारणे त्रिस्तुतीक जैन संघ पाटण के सहयोग से  संपन्न हुऐ, जिसमें संघ के तपस्वी रमणभाई, जागृतिबहन, एवं संगीताबहन के वर्षीतप के पारणे इक्षु रस से संपन्न हुये,


इस प्रसंग पर त्रिस्तुतीक जैन संघ पाटण के सदस्यो ने जयणा पुर्वक  635 से अधिक गिलास इक्षु रस की व्यवस्था कर नगर के तीन तपस्वी एवं  विभिन्न जिनालयो में परमात्मा के पक्षाल सहित नगर में बिराजमान श्रमण श्रमणी भगवंतो की वैयावच्च भक्ति की गई, लोक डाउन की परिस्थिति में इक्षु रस ( गन्ने का रस ) मिलना असंभव था लेकिन कहते है जहाँ चाह होती वंहा राह मिल जाती है, श्री संघ के अग्रणीओ ने मुनिराज श्री को इस बात से अवगत कराया तब मुनिराज श्री ने सतत संपर्क मे रहने वाले  जिला कलेक्टर आनंद पटेल से जानकारी प्राप्त की लोक डाउन के पालन पुर्वक किस तरह से यह कार्य कीया जाय उनके मार्गदर्शन मिलने के बाद श्री संघ के सदस्यों ने परम गुरू भक्त ओर पाटण शहर भाजपा उपप्रमुख संजय मोदी से संपर्क किया, उन्होंने संघ की भावना को साकार करने निरन्तर तीन दिन तक परिश्रम करके विभिन्न जगह से गन्ना एकत्रित कर ओर त्रिस्तुतीक उपाश्रय के पास स्थित गौशाला में मशीन लगवाकर अक्षय तृतीया के दिन श्री संघ के सदस्यों की उपस्थिति करीबन 6 घंटों तक खड़े रहकर परमात्मा के पक्षाल ओर तपस्वी के पारणे के लिए जब जितना रस चाहिए उतना ही निकलवा कर अर्पण किया,* लोक डाउन की परिस्थिति में सभी तपस्वी को घर पर ही पारणे करने की वजह से *मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराज ने तेज घुप में भी  दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित तपस्वी के घर पहुंच कर पारणे संपन्न करवाये*