प्रशासन की हिदायतों का पालन करें
श्रीप्रकाश केसरदेव जालुका
(लेखक माइंड एंड मेमोरी कोच
ग्राफ़ोलॉजिस्ट, डराइटिंग एंड सिगनेचर एनालिस्ट हैं )
कोरोना!कोरोना! कोरोना! आज जहां देखो वहीं यह हाहाकार मचा हुआ है, चीन से शुरू होकर आज सारे विश्व में अफरा तफरी मची हुई है, हर व्यक्ति डरा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सब कुछ उथल पुथल हो चुका है ,सभी देशों की सारी संस्थाएं एवं सरकारें किसी तरह से इससे छुटकारा पाने के लिए प्रयासरत है । आज जब भी हम टेलीविजन, अखबार या सोशल मीडिया खोलते हैं तो हर तरफ यही यही एक चीज दिख रही है ।
करोना यह एक महामारी है और यह अपना रूप दिखा रही है इसलिए इसके प्रति सावधान रहना अति आवश्यक है। सरकारी तंत्र, सामाजिक संस्थाओं तथा चिकित्सकों द्वारा दी हुई हिदायतओं का हमें पूर्ण रूप से पालन करना चाहिए।
यह कुछ सावधानियां है जो हमें जरूर बरतनी चाहिए। जैसे सबसे पहले हम लोगों से एक दूरी बनाए रखें सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखें। अपने हाथों को बार-बार साबुन से अच्छी तरह धोएं ,अपने हाथों को चेहरे पर अथवा नाक पर आंखों पर बार-बार ना लगाएं। मास्क पहने। अगर किसी भी तरह का कोई संक्रमण का संदेह है तो अपनी जांच करवाएं क्योंकि यह पाया गया है कि जिन लोगों ने इस संक्रमण को जितनी जल्दी जान लिया और इलाज करवाया वह स्वस्थ होकर लौटे हैं किंतु जिन लोगों ने इसे छुपाने की कोशिश की आज वह अपने सहित अनेक लोगों को संक्रमित करकर मृत्यु के मुंह में धकेल चुके हैं ।अतः मानवता की ध्यान में रखते हुए हमें संक्रमित व्यक्तियों की सूचना संबंधित विभाग को तुरंत करनी चाहिए ।
यह तो थी कुछ सावधानियां बरतने की बात किंतु एक एनएलपी प्रैक्टिशनर एवं माइंड कोच होने के नाते मैं कुछ और भी चीजें आपके साथ शेयर करना चाहूंगा, देखिए डरना जरूरी है किंतु डर दो प्रकार के होते हैं एक जो फैक्ट है, जो वास्तविक डर है उदाहरण के लिए अगर कहीं कोई आग जल रही और उसमें हाथ डालूंगा तो मेरा हाथ जलेगा यह वास्तविक है। ऐसा डर हमारे लीये आवश्यक है जो हमें सावधान करता है, हमें बचाता है किंतु एक डर ऐसा होता है जो मानसिक होता है जो वास्तव में होता ही नहीं है किंतु हर समय हमारे मन में बना हुआ रहता है । जिसकी वजह से हमारा मन में बेचैनी (anxiety)होती है, नकारात्मक भावनाए उत्त्पन्न होती है और व्यक्ति इस वजह से डिप्रेशन में चले जाता हैं । इसलिए हमें इस वायरस से बचने के साथ-साथ अपने मन का भी ध्यान रखना है। एक आम आदमी होने के नाते हमे जितनी जानकारी की आवश्यकता थी, उतनी जानकारी हमें कहीं ना कहीं से प्राप्त हो चुकी है। अब जबकि हम इस लॉक डाउन में अपने घरों पर हैं अपने परिवार के साथ है तो हमें ज्यादा अधिक जानकारी की जरूरत नहीं है, सिर्फ सावधानी बरतनी है ।इसलिए अपने मन को स्वस्थ रखने के लिए आप लोगों को मैं कुछ टिप्स दे रहा हूं आप इन पर अमल जरूर करें। सबसे पहले तो आप इन महामारी से जुड़े हुए समाचारों को पढ़ना टेलीविजन पर देखना सोशल मीडिया पर इसके बारे में ज्यादा चर्चा करना अपने घर में बच्चों के साथ या अपने परिजनों के साथ में इस पर विचार विमर्श करना बंद कर दे।
आप अपने शारीरिक सक्रियता को बनाए रखें किसी भी प्रकार का व्यायाम योगाभ्यास अवश्य करें ।
आप अपने आहार के स्वाद से ज्यादा पौष्टिकता पर ध्यान दें। अपने मन की प्रसन्नता के लीये प्रयासरत रहें । आप कुछ कॉमेडी सीरियल्स देखकर या कुछ चुटकुले आपस में बोलकर थोड़े ठहाके लगाकर अवश्य हंसे । दोस्तों मैं क्यों आप लोगों से यह करने को कह रहा हूं? तो सबसे बड़ी बात यह है कि यह देखा गया है कि यह सब करने पर आपकी रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती है जिसे हम इम्यून सिस्टम कहते हैं, और इस समय आपका इम्यून सिस्टम ही एक ऐसी चीज है जो आपको इस महामारी से बचा सकता है। इसलिए हमें अपने इम्यून सिस्टम के लिए उस परमपिता परमेश्वर का सदैव आभारी रहना चाहिए क्योंकि विश्व की बड़ी से बड़ी बीमारियों का भी मुकाबला हम अपने स्वस्थ इम्यून सिस्टम के जरिए कर सकते हैं ।
अतः पुनः एक बार मैं आपको कहता हूं कि आपको सावधान रहना है और प्रसन्न एवं सक्रिय भी रहना है। आप विश्वाश रखें "जीतना तय है"।