मनपा आयुक्त के कार्यों से संतुष्टि
विनोद मिश्रा
भायंदर :- कोरोना वायरस (कोविड-१९) पर नियंत्रण और इसकी रोकथाम के लिए किए गए उपाय तथा प्रवासी मजदूरों को रखने, खाने- रहने की व्यवस्था का सर्वेक्षण करने के लिए हाल ही में केंद्र सरकार की टीम ने मीरा-भाइंदर शहर का दौरा किया।
टीम का नेतृत्व आईएएस अधिकारी अभय कुमार कर रहे थे। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य गुप्त वार्ता विभाग के सहायक आयुक्त इनामदार ने भी यहां का सर्वेक्षण किया था। इन दोनों ही अधिकारियों ने मीरा- भाइंदर मनपा आयुक्त चंद्रकांत डांगे व प्रवासी मजदूरों की सेवा सुविधा के लिए मीरा रोड के डेल्टा गार्डन में बनाए गए केंद्र का सफल संचालन करनेवाले नगर रचनाकार दिलीप घेवारे के कार्यों की सराहना की तथा उनके कार्यों से संतुष्टि भी जताई। इस आशय का उल्लेख अभय कुमार व इनामदार ने डेल्टा गार्डन के विजिटर्स रजिस्टर में किया है।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए लॉकडाउन के आदेश के कारण बंद उद्योग कारखानों में इससे प्रभावित हुए कामगारों-मजदूरों, परराज्यों के विस्थापित मजदूर, बेघर व्यक्तियों तथा लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में जानेवाले फंसे यात्रियों के लिए शेल्टर होम, उनके भोजन के लिए कम्युनिटी किचन, वैद्यकीय देखभाल के लिए मीरा रोड पूर्व के पेणकर पाड़ा स्थित डेल्टा गार्डन में १० अप्रैल से एक केंद्र शुरू किया गया था। साथ ही मनपा के सभी ६ प्रभागों में भी ऐसी व्यवस्था और २९ कम्युनिटी किचन शुरू किए गए थे, जिसकी जिम्मेदारी अलग-अलग सक्षम मनपा अधिकारियों व उनकी टीम को आयुक्त डांगे ने सौंपी थी।
इसी प्रकार से डेल्टा गार्डन के शेल्टर होम व कम्युनिटी किचन की जिम्मेदारी के लिए नगर रचनाकार दिलीप घेवारे की नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्ति की गई थी। उनकी सहायता के लिए कनिष्ठ अभियंता यशवंत राव देशमुख, श्रीकृष्ण मोहिते, विकास परब को नियुक्त किया गया था। नोडल अधिकारी घेवारे के मार्गदर्शन में पूरी टीम इस सेवा कार्य मे पूरी तन्मयता से जुटी हुई है। घेवारे ने मानवता का धर्म निभाते हुए बच्चों के लिए दूध और बुजुर्गों के लिए दवा की व्यवस्था के साथ-साथ कई जरूरतमंदों को आर्थिक मदद भी की। पश्चिम बंगाल के करीब १४ मजदूरों को उनके गांव जाने के लिए घेवारे के मार्गदर्शन में विकास परब ने ६- ६ हजार रुपए भी दिए।
कर्नाटक से मुंबई घूमने आए नागप्पा पुजारी लॉकडाउन की वजह से डेल्टा गार्डन के शेल्टर होम मे रुके हुए हैं। यहां की सुविधा और सेवा से नागप्पा इतने खुश हैं कि इसे व्यक्त करते हुए कृतज्ञता से उनकी आंखें छलक उठीं। उन्होंने बताया कि जब वे अपने गांव जाएंगे तो सबको यहां की सुविधा और सेवा में लगे पूरी टीम के बारे में बताएंगे।