मुनिराज श्री की प्रेरणा से हुये जीवदया और जनसेवा के कार्य
पाटण :- वैश्विक आपदा के इस दौर में मानव समाज के जरुरत मंद के लिए जीवन यापन एक संघर्ष बन गया है। वही मूक प्राणियों के लिए भी ये चुनौती भरा दौर है। इस संकट के दौर में गुजरात के पाटण नगर में त्रिस्तुतीक जैन उपाश्रय में बिराजमान त्रिस्तुतिक संघनायक गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा के शिष्य मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराज आदि ठाणा की प्रेरणा से पाटण त्रिस्तुतिक जैन उपाश्रय द्वारा किये गये जनसेवा ओर जीवदया के कार्य में सहयोग प्रदान करनें वाले दान दाताओं की अनुमोदना है.
इस जनउपयोगी कार्य में राशन सामग्री के 500 कीट के लाभार्थी नेनावा निवासी संघवी मिश्रीमलजी नथमलजी परिवार( रत्नमणि फाउंडेशन, अहमदाबाद),1000 किलो बुंदी एवं 1000 कीलो सेव के 100 100 ग्राम के पेकेट के लाभार्थी अंबुजा ग्रुप,अहमदाबाद,मुंबई,ओर 25000 मास्क ( उत्तम क्वालिटी के कपडे से निर्मित ) के लाभार्थी त्रिस्तुतिक जैन संघ के अलग अलग गुरू भक्त थे .
लॉककडाउन की परिस्थिति में मुक जानवरों की हालत खराब है तो उन प्राणियों के लिए हरा चारा ओर गेहूं बाजरे की रोटी का ( एक माह तक प्रतिदिन दो ट्रेक्टर हरा धास ओर 4000 से अधिक रोटी ) वितरण के लाभार्थी नेनावा त्रिस्तुतीक जैन संघ ओर सांचोर निवासी चंदाजी अमीचंदजी कटारिया संघवी ने लिया.
मुनिराज श्री की प्ररेणा से प्रारम्भ किये गये मानव सेवा ओर जीवदया के कार्य में पाटण शहर एवं पाटण जिला के अनेक गांव में जरुरत मंद लोगों तक मास्क, कीट ,एवं पेकेट पहुंचा ने में ओर अबोल पशुओं को हरा घास ओर रोटी वितरण करने में *सहयोग प्रदान करनें वाले कार्यकर्ता और संस्थाओं का मुनिराज श्री की निश्रा में पर्वाधिराज पर्युषण के पावन दिनों में अभिनंदन पत्र के साथ सम्मानित किया जायेगा. ( जनसेवा ओर जीवदया की सामग्री के लिए 13 दर्जी , 8 रसोईये, 5 रीटेल दुकानदार एवं 22 किसानों को लॉकडाउन की परिस्थिति में रोजगार उपलब्ध करया गया) जरुरत मंद लोगों के स्वाभिमान को किसी प्रकार का दु:ख ना पहुंच उस बात के लिए कार्यकर्ता ने सामग्री वितरण के समय फोटो एवं विडियो ना लेकर एक उत्तम कार्य किया.