मुंबई में लॉकडाउन खोलने के बारे में राज्य सरकार तत्काल सोचे – लोढ़ा


 _मुंबई की अर्थव्यवस्था संकट में, बड़ी संख्या में रोजगार भी समाप्त होने की संभावना_ 


मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लॉकडाउन खोलने के बारे में राज्य सरकार को तत्काल सोचना चाहिए। क्योंकि देश के कुछ अन्य राज्यों में इसकी शुरूआत हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी मुंबई के अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने राज्य सरकार से मांग की है कि मुंबई में लॉकडाउन खोलने के बारे में राज्य सरकार को अपना प्लान स्पष्ट करना चाहिए। क्योंकि मुंबई की अर्थव्यवस्था संकट में है और लॉकडाउन अगर और कुछ और समय तक बरकरार रहा, तो मुंबई में उद्योग धंधे, व्यापार और रोजगार के अवसर बहुत बड़ी संख्या में समाप्त हो जाएंगे।


लॉकडाउन को लेकर मुंबई की जनता में अनिश्चितता का माहौल बताते हुए मुंबई भाजपा के अध्यक्ष लोढ़ा ने कहा कि लोग नहीं जानते कि 18 मई के बाद मुंबई में रोजगार का क्या होगा। इसीलिए बहुत भारी संख्या में लोग पलायन करने की तैयारी में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोग यह भी नहीं जानते कि लॉकडाउन के बाद सरकार किस प्रकार से बाजार खोलेगी एवं व्यापार विकसित करने के क्या प्रयास करेगी। इसीलिए असमंजस में फंसे सामान्य काम करनेवाले लाखों लोग हर हाल में मुंबई छोड़ना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार इस बारे में कुछ भी बोल नहीं रही है, जबकि देश के कुछ अन्य राज्यों ने इस बारे में अपने प्लान घोषित करने के साथ ही लॉकडाउन कोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं। लोढ़ा ने केंद्र सरकार के लॉकडाउन के फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि 24 मार्च को देश में लॉकडाउन का फैसला करना बहुत महत्वपूर्ण था। क्योंकि अगर लॉकडाउन नहीं क्या होता तो देश भर में ही नहीं मुंबई में भी स्थिति अत्यंत भयावह हो सकती थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के हालात जो अब हैं, वे बहुत लंबे समय तक चलनेवाले हैं। ऐसे में मुंबई की अर्थव्यवस्था को खराब करने से बचाना सभी का पहला कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मुंबई में अब अगर राज्य सरकार लॉकडाउन में रोजगार एवं व्यापार से संबद्ध छूट नहीं देती है, तो मुंबई के लिए आनेवाले समय में हालात बहुत गंभीर भी हो सकते हैं।