मूक पशू पक्षी भी उन्हें पहचानने लगे हैं, जो संकटकाल में उनकी सेवा में खड़े हैं
निरंजन परिहार
मुंबई :-कोरोना संकट के इस सबसे दुष्करकाल में विभिन्न सामाजिक संस्थाएं, लोग और समूह बड़ी संख्या में मुंबई में वंचितों की सेवा में जुटे हुए हैं। सेवा करनेवालों का ऐसा ही एक समूह हेप्पी क्लब दक्षिण मुंबई में सक्रिय है, जिनकी सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि इंसान ही नहीं गाय और कुत्ते – बिल्ली भी अब उनको पहचानने लगे हैं। जवेरी बाजार के कुछ सक्रिय सेवाभावी व्यवसायी युवाओं का यह समूह लॉकडाउन में अब तक अब तक 45 हजार से भी ज्यादा लोगों एवं असंख्य पशु पक्षियों के भोजन पानी का प्रबंध कर चुका है।
रोजाना सैकड़ों जरूरतमंद गरीबों को खाना खिलानेवाले ये युवा कार्य़कर्ता कुते, बिल्ली, गायो एवं कबूतरों सहित कोऔं की जिंदगी का भी खयाल भी रखते हैं। जिस दिन से लॉकडाउन हुआ है, उसी दिन से हैप्पी क्लब रोजाना सुबह करीब 800 से 1000 लोगों एवं असंख्य पशु पक्षियों के दूध, भोजन एवं पानी की सेवा कर रहा हैं। पहले दिन से ही ये लोग जरूरतमंद लोगों के लिए बेहतरीन क्वालिटी के 800 फूड पैकेट और 1 लीटर की 500 मिनरल वॉटर बोतलें, कुत्तों के लिए 120 लीटर पैक्ड मिल्क पैकेट्स और 200 पैकेट बिस्किट, गायों के लिए 20 गांठ हरा चारा, कबूतरों के लिए 150 किलो अनाज और कौओं के लिए 20 किलो गांठिया लेकर रोज सुबह 9 बजे घर से निकल जाते हैं। हैप्पी क्लब की सेवा का यह काम दोपहर दो बजे तक लगातार चलता है और शाम को फिर से 250 लोगों का खाना लेकर वे निकल पड़ते हैं फिर से सेवा के लिए। भायखला, कॉटन ग्रीन से लेकर आग्रीपाड़ा, डोंगरी, नागपाड़ा,
कहते हें कि अपने पास धन भले ही कम हो, पर सेवा का मन होना चाहिए, राहें तो निकल ही जाती हैं। सो, हैप्पी क्लब के इन सेवाधारी साथियों ने भी अपने मन की बात कुछ दोस्तों को बताई, तो उनको साथियों, सहयोगियों एवं दोस्तों ने दिल खोलकर मदद की और फिर तो सेवा के इस काम की उड़ान को नए पंख मिलते गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 मार्च की रात से लॉकडाउन की जैसे ही घोषणा हुई तो सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि लॉकडाउन में जब बाहर सब कुछ बंद हैं, तो फुटपाथ के गरीब लोगों, आवारा कुत्तों व गायों और आकाश में उड़नेवाले अनगिनत पंछी अपना पेट कहां से भरेंगे। 25 मार्च की सुबह होते होते हैप्पी क्लब ने इस परेशानी का हल निकाल लिया। भायखला पुलिस थाने गए और सेवा का काम शुरू करने की परमीशन ली। इस सराहनीय कार्य में विभिन्न पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस स्टेशनों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, जिसके लिए हैप्पी क्लब ने सभी पुलिसकर्मियों, दानदाताओं, व सहयोगियों का आभार जताया है। इस पूरे सेवा कार्य के दौरान लॉक़डाउन के नियमों व सोशल डिस्टेंस का भी पूरा पालन किया जा रहा हैं। दुनिया की एक तिहाई आबादी संक्रमण के डर से पूरी तरह से अपने घरों में कैद हैं। ऐसे मुश्किल हालात में जो अपनी नहीं बल्कि औरों की जिंदगी की चिंता कर रहे हैं, उनमें दक्षिण मुंबई में जरूरतमंद गरीबों एवं वंचितों सहित मूक पशु - पक्षियों की जिंदगी का भी खयाल रखनेवाले हैप्पी क्लब के कार्यकर्ताओं को हर तरफ से आशीर्वाद मिल रहा है।